Shikha Pathak
होगी चन्द दिनों की मुहब्बत तेरे लिए मेरे हमदम हमने तो तेरे इश्क पूरी जिन्द़गी गुजारी है...
नजरें गर झूठ बोलती है तो हां इश्क नहीन फरेब था उसका..
गर जीत गया तू तो हारे हम भी नहीं अंजाम-ए-जंग हुआ यूॅ कि शिकस्त हमारे रिश्ते कि हुयी